THE SMART TRICK OF SIDH KUNJIKA THAT NO ONE IS DISCUSSING

The smart Trick of sidh kunjika That No One is Discussing

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शृणु देवि प्रवक्ष्यामि कुञ्जिकास्तोत्रमुत्तमम् ।

[These are typically preliminary stotras that have to be recited before looking through of Devi Mahatmyam/Chandi/Durga Sapthasathi. Here is it instructed that if this kunjika stotram is recited then there's no have to click here recite these.]

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति पंचमोऽध्यायः

गोपनीयं प्रयत्नेन स्वयोनिरिव पार्वति ।

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति दशमोऽध्यायः

गोपनीयं प्रयत्नेन स्वयोनिरिव पार्वति।

एडवर्टाइज विथ असप्राइवेसी पॉलिसीकॉन्टैक्ट अससेंड फीडबैकअबाउट असकरियर्स थीम

अति गुह्यतरं देवि देवानामपि दुर्लभम् ॥ ३ ॥

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति दशमोऽध्यायः

दकारादि श्री दुर्गा सहस्र नाम स्तोत्रम्

दकारादि दुर्गा अष्टोत्तर शत नामावलि

लाइफस्टाइल यूटिलिटी न्यूज़ट्रैवलजनरल नॉलेजफैशनऐग्रकल्चरहेल्थ

देवी माहात्म्यं दुर्गा द्वात्रिंशन्नामावलि

ग्रहों के अशुभ प्रभाव खत्म हो जाते हैं. धन लाभ, विद्या अर्जन, शत्रु पर विजय, नौकरी में पदोन्नति, अच्छी सेहत, कर्ज से मुक्ति, यश-बल में बढ़ोत्तरी की इच्छा पूर्ण होती है.

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